ऑनलाइन दुनिया में, स्पैम, ऑटोमेटेड अटैक्स और दुर्भावनापूर्ण गतिविधियाँ एक बड़ी चुनौती हैं। इनसे निपटने के लिए, वेबसाइट्स “मैं रोबोट नहीं हूँ” (I’m not a robot) बटन का इस्तेमाल करती हैं। यह एक साधारण सा बटन लग सकता है, लेकिन इसके पीछे एक जटिल प्रणाली काम करती है जो इंसानों और रोबोट्स के बीच अंतर करने की कोशिश करती है। आइए इस प्रणाली के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से विचार करें।
I’m Not a Robot बटन क्यों होता है?
यह बटन वेबसाइटों को ऑटोमेटेड प्रोग्राम्स, जिन्हें बॉट्स कहा जाता है, से सुरक्षित रखने के लिए होता है। ये बॉट्स विभिन्न कारणों से वेबसाइट्स पर हमला करते हैं,स्पैम भेजना बॉट्स बड़ी संख्या में फॉर्म सबमिशन, कमेंट्स और मैसेज भेजकर वेबसाइट को स्पैम से भर सकते हैं।अकाउंट्स बनाना वे बड़ी संख्या में फर्जी अकाउंट्स बनाकर सिस्टम को ओवरलोड कर सकते हैं या इसे दुरुपयोग कर सकते हैं।

डेटा स्क्रैपिंगवे वेबसाइट के डेटा को बिना अनुमति के एकत्रित कर सकते हैं, जिससे वेबसाइट के कॉपीराइट या गोपनीयता का उल्लंघन हो सकता है।डोस (DoS) अटैक बॉट्स वेबसाइट पर बड़ी संख्या में रिक्वेस्ट भेजकर उसे क्रैश कर सकते हैं।ब्रूट-फोर्स अटैक वे पासवर्ड क्रैक करने के लिए लगातार प्रयास कर सकते हैं।
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I’m Not a Robot मकसद क्या है?
इस बटन का मुख्य मकसद वेबसाइटों को बॉट्स के हानिकारक प्रभावों से बचाना है। यह वेबसाइट की सुरक्षा, प्रदर्शन और उपयोगकर्ता अनुभव को बनाए रखने में मदद करता है। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि केवल वास्तविक उपयोगकर्ता ही वेबसाइट की सेवाओं का उपयोग कर सकें।
यह कैसे पहचानता है कि आप इंसान हैं या बॉट?
“मैं रोबोट नहीं हूँ” बटन, बेसिक CAPTCHA से परे एक उन्नत प्रणाली है जो कई तकनीकों का उपयोग करके मानव और बॉट के बीच अंतर करती है। ये तकनीकें पृष्ठभूमि में काम करती हैं और उपयोगकर्ता की कार्रवाई का विश्लेषण करती हैं।
क्लिक पैटर्न माउस क्लिक की गति, दिशा और समय का विश्लेषण किया जाता है। बॉट्स के क्लिक नियमित और पूर्वानुमानित होते हैं, जबकि मानव क्लिक अधिक अनियमित होते हैं।माउस मूवमेंट माउस कर्सर की गति और पथ का विश्लेषण किया जाता हैबॉट्स के माउस मूवमेंट अक्सर असामान्य या अप्राकृतिक होते हैं।ब्राउज़िंग इतिहास कुछ उन्नत प्रणालियाँ ब्राउज़िंग इतिहास और कूकीज़ का विश्लेषण करके यूजर के व्यवहार को समझने की कोशिश करती हैं। एक असामान्य ब्राउज़िंग पैटर्न बॉट होने का संकेत दे सकता है।

IP एड्रेस और लोकेशन IP एड्रेस और भौगोलिक स्थान का विश्लेषण करके संभावित बॉट गतिविधि का पता लगाया जा सकता है।
जैवमिति डेटा कुछ उन्नत सिस्टम माउस मूवमेंट, टाइपिंग स्पीड, और अन्य जैवमिति डेटा का भी विश्लेषण करते हैं।ब्राउज़र और ऑपरेटिंग सिस्टम डेटा ब्राउज़र और ऑपरेटिंग सिस्टम की जानकारी का उपयोग करके यह निर्धारित किया जा सकता है कि एक अनोखा कनेक्शन है या कई समान कनेक्शन से एक ही IP एड्रेस से हुए हैं।यह एक जटिल एल्गोरिथम है जो इन सभी डेटा पॉइंट्स का विलय करता है और एक स्कोर जनरेट करता है जो यह निर्धारित करता है कि यूजर एक इंसान है या बॉट।
कौन-कौन सी तकनीकें I’m Not a Robot मे इस्तेमाल होती हैं?
“मैं रोबोट नहीं हूँ” बटन के पीछे कई तकनीकें काम करती हैं, जिनमें सबसे प्रसिद्ध है **CAPTCHA (Completely Automated Public Turing test to tell Computers and Humans Apart)
CAPTCHA v1 (Traditional CAPTCHA) इसमें अक्षरों और संख्याओं की विकृत छवियों को टाइप करने की आवश्यकता होती थी। यह तुलनात्मक रूप से आसानी से बॉट्स द्वारा भेदी जा सकता था।reCAPTCHA v2 (NoCAPTCHA reCAPTCHA) यह “मैं रोबोट नहीं हूँ” बटन के रूप में आता है। यह उपयोगकर्ता के ब्राउज़र और व्यवहार का विश्लेषण करता है ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि वे एक इंसान है या नहीं।
यदि सिस्टम को संदेह होता है, तो यह एक अतिरिक्त पहेली (जैसे, चित्रों में वस्तुओं की पहचान) प्रस्तुत कर सकता है।reCAPTCHA v3 यह एक रहस्यमय पृष्ठभूमि में काम करता है। यह उपयोगकर्ता की गतिविधियों का व्यापक विश्लेषण करता है और एक रिस्क स्कोर देता है। इसका उपयोग वेबसाइटों को अधिक सटीक रुप से बॉट गतिविधि का पता लगाने में मदद करता है। इसमें यूजर इंटरफेस पर कोई विशिष्ट क्रिया करने की जरूरत नहीं होती।

- इनके अलावा अन्य तकनीकें भी इस्तेमाल होती हैं जैसे:
honeypots ये छिपे हुए फॉर्म एलिमेंट्स होते हैं जो सिर्फ़ बॉट्स द्वारा भरे जा सकते हैं।behavioural biometrics यह उपयोगकर्ता के माउस मूवमेंट, टाइपिंग स्पीड, और अन्य व्यवहार की जानकारी का इस्तेमाल करता है ताकि इंसानों और बॉट्स के बीच फर्क किया जा सके।
I’m Not a Robot सुरक्षा के लिहाज से कितना असरदार है?
CAPTCHA और इसके उन्नत रूप जैसे reCAPTCHA, बॉट्स से सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालांकि, यह 100% असरदार नहीं है। अत्यधिक उन्नत बॉट्स इन प्रणालियों को भेदने में सफल हो सकते हैं। इसलिए, ये प्रणालियाँ अक्सर अन्य सुरक्षा तकनीकों के साथ मिलकर काम करती हैं, जैसे IP एड्रेस ब्लॉकिंग, रेट लिमिटिंग, और अन्य सुरक्षा उपाय।
“मैं रोबोट नहीं हूँ” बटन एक साधारण सा बटन लगता है, लेकिन यह वेबसाइटों की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह तकनीक लगातार विकसित हो रही है ताकि बॉट्स से सुरक्षा का स्तर बढ़ाया जा सके। हालांकि, कोई भी प्रणाली 100% सुरक्षित नहीं होती, इसलिए वेबसाइटों को अन्य सुरक्षा उपायों का भी इस्तेमाल करना चाहिए ताकि वे अपने आप को ऑनलाइन खतरों से सुरक्षित रख सकें।
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